भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) एक बार फिर दक्षिण में कमल खिलाने को लेकर पूरी तरह ताकत लगा रही है. दक्षिणी राज्यों में बीजेपी का वोट शेयर बढ़ाने और अधिक सीटें जीतने के लिए पार्टी ने सांगठनिक मजबूती और पीएम नरेंद्र मोदी का भरपूर दौरा कराने का लक्ष्य रखा है. इसी वजह से पीएम मोदी इस बार नए साल की शुरुआत दक्षिण भारतीय राज्यों के दौरे से करने जा रहे हैं.
नए साल में पीएम का पहला दौरा तमिलनाडु, लक्षद्वीप और केरल में होगा. पीएम मोदी 2 और 3 जनवरी को इन तीन राज्यों का दौरा करेंगे. इस क्रम में 2 जनवरी को पीएम मोदी तिरुचिरापल्ली जाएंगे जहां वो 10.30 बजे भारतीदासन यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में हिस्सा लेंगे. वहां दोपहर 12 बजे क्षेत्र की कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे. इसी दिन सवा तीन बजे पीएम मोदी लक्षद्वीप के अगात्ती में जनसभा करेंगे.
लक्षद्वीप में रात्रि विश्राम करेंगे PM मोदी
लक्षद्वीप के बंगारम द्वीप में पीएम मोदी रात्रि विश्राम करेंगे. फिर अगले दिन 3 जनवरी को पीएम कवारत्ती में 12 बजे कई परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे. पीएम मोदी 3 जनवरी को दोपहर बाद केरल जाएंगे. शाम सवा 4 बजे केरल के त्रिशूर में स्त्री शक्ति समागम को संबोधित करेंगे. बीजेपी की ओर से दावा किया जा रहा है कि त्रिशूर में होने वाली स्त्री शक्ति समागम एक ऐतिहासिक रैली होगी जिसमें 2 लाख के करीब महिलाओं के शामिल होने की उम्मीद है.
इस समागम के जरिए महिला आरक्षण विधेयक को सफलतापूर्वक संसद से पारित कराने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया जाएगा. त्रिशूर के थेक्किंकडु मैदान में होने वाले कार्यक्रम में आंगनवाड़ी शिक्षक, आशा कार्यकर्ता, मनरेगा कार्यकर्ता, सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यकर्ता सहित अलग-अलग क्षेत्रों में काम करने वाली महिलाएं हिस्सा लेंगी.
दक्षिण में भी महिलाओं पर फोकस करेगी BJP
हाल के 5 राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में बीजेपी की कामयाबी के पीछे महिला वोटरों की भूमिका बहुत अहम रही थी. पार्टी इसी फॉर्मूले के जरिए दक्षिण भारत में अपनी सियासी जमीन मजबूत करने की तैयारी कर रही है. दक्षिण राज्यों के दौरे से अलग 25 दिसंबर को प्रधानमंत्री मोदी के दिल्ली आधिकारिक आवास में ईसाई समुदाय के लोगों के लिए कार्यक्रम का आयोजन करना, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा का दिल्ली स्थित एक कैथोलिक चर्च में जाना, जैसे कार्यक्रमों के जरिए केरल में पार्टी की पैठ बढ़ाने की कोशिश को देखा जा सकता है.
यही नहीं पिछले 2 सालों से पीएम नरेंद्र मोदी की पहल पर ही उनके लोकसभा क्षेत्र (वाराणसी) में तमिल काशी संगमम का सफल आयोजन किया जा रहा है. पिछले साल से प्रधानमंत्री की पहल पर ही तमिल सौराष्ट्र संगमम का आयोजन किया जा रहा है. इस विशेष कार्यक्रम के जरिए गुजरातियों और तमिल लोगों के सैकड़ों साल पुराने रिश्तों को भी बताने का प्रयास किया गया.
दक्षिण के 5 राज्य और 129 सीटें
दक्षिण भारत की प्राथमिकता को ध्यान में रखते हुए अगले साल 22 जनवरी को राम मंदिर उद्घाटन के बाद साउथ इंडिया से अयोध्या के लिए अधिक से अधिक विशेष ट्रेनों के चलाने की योजना बनाई गई है. गृह मंत्री अमित शाह ने बीजेपी अध्यक्ष रहते हुए दक्षिण में पार्टी के प्रचार-प्रसार का जो सपना देखा था अब उसके लिए पुरजोर कोशिश की जा रही है.
दक्षिण भारत में बीजेपी को मजबूत करने की कड़ी में गृह मंत्री अमित शाह आज तेलंगाना में संगठन की बैठक ले रहे हैं. बीजेपी अब अपना ध्यान कर्नाटक से आगे तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु के साथ-साथ केरल की तरफ भी लगा रही है. इन पांचों राज्यों में कुल मिलाकर लोकसभा की 129 सीटें हैं और अगली सरकार के गठन में यहां के सांसदों की भूमिका काफी अहम रहने वाली है.